World Milk Day

World Milk Day: Celebrate the benefits of milk with nutritious recipes and the importance of dairy for health and wellness

World MIlk Day

मदर्स  की अक्सर ये शिकायत रहती है की बच्चे के सामने दूध रखो वो पीता ही नहीं है ! तो मैं उनसे पूछती हूँ “क्या आप दूध पीती हैं ?” जिस पर आमतौर वो  कहती हैं “मुझे क्यों पीना , मैं तो उम्र में बड़ी हूँ , मैं दूध क्यों पियूँगी !”

इस विश्व दुग्ध दिवस ( World’ Milk Day)  पर पढ़िए की क्या कुछ बता  रही हैं  प्रसिद्ध डाइटीशियन और न्युट्रिशनिस्ट शिल्पी गोयल जी –

 

दूध सदियों से मानव आहार में प्रधान रहा है, भारतीय जीवन में तो सिर्फ दूध ही नही दूध से बनी चीज़े, मिठाइयां,व्यंजन हमारी थाली का हिस्सा हैं जो हमें महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान करते है और हमारे समग्र स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।  तो एक गिलास दूध लें और चलिए शुरू करते हैं!

दूध आपकी सेहत के लिए क्यों अच्छा है?

दूध और अन्य डेयरी उत्पाद करीब 8 हजार वर्षों से मानव आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। इसकी वजह कुछ और नहीं इसमें मौजूद पोषक तत्व और उनसे शरीर को होने वाले फायदे हैं। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, पोटैशियम और फास्फोरस जैसे जरूरी न्यट्रिएंट्स होते हैं। बोन मास इंडेक्स को बढ़ाने, प्रोटीन मालन्यूट्रीशन व हड्डी स्वास्थ्य समेत दूध के फायदे अनेक हैं |

 मजबूत हड्डियां और मांसपेशियों के लिए दूध के लाभ

दूध पीने के फायदे में हड्डी और मांसपेशियों को मजबूती देना शामिल है। दूध और अन्य डेयरी उत्पाद कैल्शियम व मैग्नीशियम के महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं। यह दोनों पोषक तत्व हड्डियों के विकास के लिए जरूरी माने गए हैं। बच्चों व युवाओं के साथ ही व्यस्कों के हड्डी स्वास्थ्य के लिए भी दूध अच्छा विकल्प है। दूध हड्डियों को मजबूत बनाकर बढ़ती उम्र में ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी का एक प्रकार रोग) और फ्रैक्चर से बचाव में मदद कर सकता है इसके अलावा, दूध में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भी काफी मात्रा में होता है, जिसे मांसपेशियों के लिए फायदेमंद माना जाता है।

 डेंटल हेल्थ के लिए दूध के लाभ

दूध के गुण में दांतों की देखभाल करना भी शामिल है। इसमें कैल्शियम व फास्फोरस जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो दांतों को कैवेटी (Caries) से बचाकर इन्हें स्वस्थ रख सकते हैं । अगर आप दांत मजबूत रखना चाहते हैं, तो रोजाना दूध पिएं। दूध आपको दांतों की कई तरह की समस्याओं से बचाता है

अच्छी नींद के लिए दूध

दूध के लाभ में रात को अच्छी नींद को बढ़ावा देना भी शामिल है। कई अध्ययनों में यह बात साबित हुई है कि रात को सोने से पहले दूध पीने से नींद अच्छी आती है। दूध में एमिनो एसिड ट्राइटोफन और मेलाटोनिन होता है, जो नींद लाने में मदद कर सकता है। रात में नींद न आने, बेचैनी या नींद बीच में टूट जाने की समस्या है, तो रोजाना रात को सोने से पहले नॉर्मल या गर्म दूध का सेवन किया जा सकता है

ब्लड प्रेशर

दूध पीने के फायदे में रक्तचाप को नियंत्रित करना भी शामिल है। जी हां, लो-फैट मिल्क का सेवन करने से हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखा जा सकता है। इसी संबंध में हुए एक रिसर्च में कहा गया है कि कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन बढ़ती उम्र में उच्च रक्तचाप की रोकथाम में अहम भूमिका निभा सकता है। रिसर्च के मुताबिक, डेयरी प्रोडक्ट प्रोटीन और बायोएक्टिव पेप्टाइड्स से समृद्ध है, जो एंजियोटेंसिन-आई-कन्वर्टिंग एंजाइम को बाधित करके एंडोथेलियम फंक्शन को मॉड्यूलेट करके या शरीर के वजन को प्रभावित करके रक्तचाप पर लाभकारी प्रभाव डाल सकते हैं। इसी तरह डेयरी पदार्थ में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे मिनरल भी ब्लड प्रेशर रेगुलेशन और उच्च रक्तचाप के जोखिम को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं |

स्ट्रेस व डिप्रेशन

मिल्क के फायदे में स्ट्रेस व डिप्रेशन से बचाव भी शामिल है। रिसर्च में भी यह बात सामने आई है कि न्यूट्रिशन की कमी की वजह से होने वाली दिमाग संबंधी परेशानी में दूध मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, दूध में उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन (अमीनो एसिड) होता है। मस्तिष्क में कई न्यूरोट्रांसमीटर अमीनो एसिड से ही बने होते हैं, जो मस्तिष्क के कामकाज और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। इसकी कमी होने पर गुस्सा आना, मूड खराब होना, स्ट्रेस व डिप्रेशन हो सकता है। इसी वजह से दूध में मौजूद प्रोटीन को स्ट्रेस व डिप्रेशन से राहत पाने के लिए अच्छा माना जाता है । एक अन्य शोध में भी कहा गया है कि रात को दूध पीने से चिंता संबंधी विकारों को कम किया जा सकता है |

 

बालों को मजबूत बनाने के लिए मिल्क पीने के फायदे

रोज दूध पीने के फायदे में बालों का स्वास्थ्य भी शामिल है। दूध में कैल्शियम और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है। दोनों पोषक तत्व बालों के विकास के लिए महत्वपूर्ण बिल्डिंग ब्लॉक की तरह काम कर सकते हैं। खासकर, प्रोटीन बालों को झड़ने से रोकता है और ग्रोथ में मदद करता है। वहीं, कैल्शियम भी बालों को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, दूध में मौजूद नियासिन, बायोटिन, पैंटोथैनिक एसिड भी बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं । हालांकि, यह अध्ययन रजोनिवृत्ति महिलाओं पर हुआ था। इसलिए, अन्य लोगों के बालों  पर दूध का प्रभाव कैसा होगा, इसके लिए अलग से शोध किए जाने की जरूरत है।

दूध पीने का सही समय क्या है?

दूध पीने का सबसे सही समय शाम का वक्त है। इसे शाम के समय पीने से नींद अच्छी आती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि सुबह दूध पीने के फायदे नहीं होते हैं। दूध को किसी भी समय पीया जा सकता है। सुबह खाली पेट ठंडा दूध पीना एसिडिटी से राहत दिला सकता है। हालांकि, यह व्यक्ति की शारीरिक स्थिति और पाचन तंत्र पर निर्भर करता है। ऐसे में बेहतर है अपने स्वास्थ्य के अनुसार ही दूध पीने के समय को निर्धारित करें। चाहें, तो इस विषय में विशेषज्ञ की सलाह भी ले सकते हैं।

कितना दूध पीना चाहिए?
  • बाल रोग विशेषज्ञ कैल्शियम के लिए बच्चों को दिन में 400 से 500 ग्राम (2 से 3 कप) गाय का दूध देने की सलाह देते हैं।
  • वयस्क दो गिलास गाय का दूध पी सकते है। 200 एमएल से अधिक दूध हृदय संबंधी समस्या के लिए बेहतर माना गया है।

दूध के नुकसान

भले ही दूध काफी फायदेमंद होता है, लेकिन कभी-कभी सुबह या रात को दूध पीने के नुकसान भी हो सकते हैं।

●      दूध में लैक्टोज होता है, जो कभी-कभी पाचन को खराब कर सकता है। इस कारण ज्यादा दूध पीने से किसी-किसी को दस्त, ब्लोटिंग या गैस की समस्या हो सकती है ।

  • कुछ लोगों को दूध से एलर्जी भी हो जाती है। इसका कारण भी लैक्टोज होता है। ऐसे में यह इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकता है।

 

दूध को लेकर हमारे आसपास कई मिथक हैं , आइये आज विश्व दुग्ध दिवस पर दूध से जुड़े मिथकों को समझने की कोशिश करते हैं, वो सफेद झूठ और गलत धारणाएं हैं जिनसे आपको दूर रहना चाहिए।

 

दूध को उबालने से उसके पोषक तत्व कम हो जाते हैं – जबकि डेयरी फार्मों से सीधे खरीदे गए कच्चे दूध को बैक्टीरिया को दूर करने के लिए उबाला जाना चाहिए, आप यह तय करने का विकल्प चुन सकते हैं कि आप पैक किए गए दूध को उबालना चाहते हैं या नहीं जो पहले से पास्चुरीकृत हो चुका है। यदि आप करते भी हैं, तो यह दूध में मौजूद पोषक तत्वों की गुणवत्ता को प्रभावित नहीं करेगा।

 

आपको सुबह सबसे पहले दूध पीना चाहिए-  जबकि दूध नाश्ते के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि यह आपको दिन की शुरुआत में ही आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, इसे खाली पेट पीना आपके लिए सबसे अच्छी बात नहीं हो सकती है। यदि आप खराब पाचन और गैस्ट्रिक समस्याओं से पीड़ित हैं तो आपको इससे बचना चाहिए। “आपको हमेशा कुछ प्रकाश से शुरू करना चाहिए जिसका आपके सिस्टम पर सफाई प्रभाव पड़ता है

 

आपको रोजाना दो गिलास दूध पीना चाहिए–  जबकि डेयरी संतुलित आहार का एक अनिवार्य हिस्सा है, इसे पनीर या दही जैसे किसी भी रूप में जोड़ा जा सकता है। इसलिए, दूध एक आहार विकल्प बन जाता है न कि पोषण की आवश्यकता। विचार कैल्शियम और प्रोटीन की आपकी दैनिक जरूरतों को पूरा करना है और आप किसी भी स्वस्थ स्रोत से चुन सकते हैं। दूध आपके सभी पोषक तत्वों को प्राप्त करने का एक सुविधाजनक तरीका है, लेकिन आपको केवल इस पर निर्भर नहीं रहना है।

 

दूध ही कैल्शियम का अकेला स्रोत है – दूध कैल्शियम का एक बड़ा स्रोत है, लेकिन यह निश्चित रूप से एकमात्र नहीं है। उदाहरण के लिए, दो बड़े चम्मच चिया बीज में दूध से छह गुना अधिक कैल्शियम होता है!यह भी माना जाता है कि 3 साल की उम्र के बाद हमारा शरीर दूध प्रोटीन (केसीन) को तोड़ने की क्षमता खो देता है जो दूध से कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है। इसके अलावा, आपको खाद्य पदार्थों से कैल्शियम को अवशोषित करने में सक्षम होने के लिए आपके शरीर में विटामिन डी की अधिकतम मात्रा की आवश्यकता होती है।

 

दूध पीने से सूजन हो जाती है – हालांकि यह उन लोगों के लिए सही हो सकता है जो लैक्टोज असहिष्णु हैं, सामान्य दूध में सूजन या गैस नहीं हो सकती है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थों के संयोजन में इसका सेवन करने से हो सकता है। उदाहरण के लिए, आपको कभी भी फलों के साथ दूध नहीं पीना चाहिए क्योंकि यह इसे एक अम्लीय संयोजन बनाता है जिससे अपच हो सकती है|

 

दूध को अपने आप में भोजन के रूप में लिया जा सकता है– जबकि दूध को एक संपूर्ण और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन माना जाता है, आपको इसे नियमित भोजन के स्थान पर नहीं लेना चाहिए। दूध में आवश्यक पोषक तत्वों के अलावा, आपके शरीर को खनिज और विटामिन जैसे आयरन और विटामिन सी और सबसे महत्वपूर्ण फाइबर की भी आवश्यकता होती है, जिसकी दूध में कमी होती है। दूध के लिए अपने भोजन को बदलने से भी कैलोरी की कमी हो सकती है जो विशेष रूप से बच्चों में वृद्धि और विकास को बाधित कर सकती है। दूध संतुलित भोजन का हिस्सा हो सकता है लेकिन यह अपने आप में भोजन नहीं हो सकता |

 

शिल्पी गोयल आगे बताती हैं की  अगर आप लैक्टोस नहीं पचा पाते तो दूध के क्या विकल्प  हैं –

अगर जानवरों का दूध इंसानों के शरीर के लिए फायदेमंद नहीं है, तो फिर कैल्‍श्यिम कैसे मिलेगा? हड्डियों की मज़बूती और शरीर के विकास के लिए कैल्‍श्यिम भी ज़रूरी है। आपको बता दें कि कैल्‍श्यिम से भरपूर ऐसी कई चीज़ें हैं, जो दूध की जगह ले सकती हैं। इनमें ओट्स मिल्‍क, बादाम मिल्‍क, हेम्‍प मिल्‍क, सोया मिल्‍क और राइस मिल्‍क शामिल है।

 

दूध पीने के लाभ शरीर को तभी होते हैं, जब इसे संयमित मात्रा में रोजाना पिया जाए। बेशक, दूध के गुण आपको तंदुरुस्त रख सकते हैं, लेकिन इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि कहीं दूध पीने से आपको किसी तरह की समस्या न हो, इस बात का ध्यान रखते हुए आइये इस विश्व दुग्ध दिवस(World Milk Day) पर, एक गिलास उठाएं और दूध की अच्छाइयों का जश्न मनाएं, न केवल आज बल्कि हर दिन!