विश्व हृदय दिवस: हृदय रोगियों के लिए आहार संबंधी मार्गदर्शन
विश्व हृदय दिवस हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को हृदय से संबंधित रोगों के प्रति जागरूक करना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। हृदय रोग (Cardiovascular Diseases) दुनियाभर में मृत्यु का प्रमुख कारण बनते जा रहे हैं, और इनमें से अधिकांश मामलों को स्वस्थ आहार और जीवनशैली से नियंत्रित किया जा सकता है। खासकर हृदय रोगियों के लिए सही आहार का चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइए, इस लेख में हम समझते हैं कि हृदय रोगियों के लिए कौन से आहार लाभकारी होते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हृदय के लिए सही आहार क्यों है महत्वपूर्ण?
हृदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो रक्त को पूरे शरीर में पंप करता है। हृदय के स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है कि हमारी धमनियां स्वस्थ और खुली रहें ताकि रक्त सुचारू रूप से प्रवाहित हो सके। जब हम अस्वस्थ आहार लेते हैं तो कोलेस्ट्रॉल और अन्य हानिकारक तत्व धमनियों में जमा होने लगते हैं, जिससे ब्लॉकेज की समस्या होती है। इसका परिणाम होता है हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य हृदय रोगों की संभावनाएं बढ़ जाना। इसलिए हृदय रोगियों के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार का चयन करना बेहद आवश्यक है।
डायटीशियन शिल्पी गोयल का हृदय रोगियों के लिए आहार संबंधी सुझाव :
फलों और सब्जियों का अधिक सेवन करें
फल और सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत हैं। ये हृदय की सुरक्षा करते हैं और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। हृदय रोगियों को रोजाना अपने आहार में कम से कम 4-5 सर्विंग फल और सब्जियों को शामिल करना चाहिए। विशेष रूप से पालक, ब्रोकोली, सेब, और गाजर जैसे फलों और सब्जियों का सेवन करें।
पूरे अनाज का सेवन करें
साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, जौ और क्विनोआ फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। इनका सेवन धमनियों को स्वस्थ रखने और हृदय की सुरक्षा करने में सहायक होता है। प्रोसेस्ड अनाज (जैसे मैदा) से दूर रहें क्योंकि ये कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को बढ़ा सकते हैं।
नियमित रूप से मेवे खाएं
बादाम, अखरोट, अलसी के बीज और चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो हृदय की सेहत के लिए बेहद लाभकारी हैं। ये धमनियों में सूजन को कम करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि मेवों का सेवन सीमित मात्रा में करें क्योंकि इनमें कैलोरी अधिक होती है।
प्रोटीन के लिए मछली और चिकन का चयन करें
हृदय रोगियों को अधिक वसा वाले मांस जैसे लाल मांस (बीफ और पोर्क) से बचना चाहिए। इसके बजाय, वे प्रोटीन के लिए मछली (जैसे सैल्मन, टूना) और चिकन का सेवन कर सकते हैं। मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो हृदय के लिए फायदेमंद होती है। सप्ताह में 2-3 बार मछली का सेवन हृदय रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
नमक की मात्रा कम करें
अधिक नमक का सेवन रक्तचाप को बढ़ाता है, जो हृदय के लिए हानिकारक होता है। हृदय रोगियों को अपने आहार में नमक की मात्रा को नियंत्रित करना चाहिए। ताजे मसालों का उपयोग स्वाद बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। डिब्बाबंद और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें क्योंकि इनमें सोडियम की मात्रा अधिक होती है।
चीनी की मात्रा को नियंत्रित करें
अधिक चीनी का सेवन वजन बढ़ने और रक्त शर्करा को अनियंत्रित कर सकता है, जिससे हृदय रोग की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, मिठाइयों, सोडा, और शक्कर युक्त पेय पदार्थों से बचना चाहिए। प्राकृतिक मिठास के लिए शहद या गुड़ का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन इनकी मात्रा भी सीमित होनी चाहिए।
स्वस्थ वसा का सेवन करें
ट्रांस फैट और संतृप्त वसा (जैसे तला-भुना भोजन, पैकेज्ड स्नैक्स) से बचें, क्योंकि ये हृदय को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके बजाय, स्वस्थ वसा का सेवन करें, जैसे जैतून का तेल, सरसों का तेल, एवोकाडो और मछली का तेल। ये वसा शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करते हैं।
हृदय के लिए कुछ विशेष आहार
दलिया (ओट्स): ओट्स में मौजूद सॉल्युबल फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इसे नाश्ते में शामिल करना हृदय के लिए अत्यधिक फायदेमंद हो सकता है।
बेरीज: ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रास्पबेरी जैसे फलों में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं, जो हृदय को बीमारियों से बचाते हैं।
ग्रीन टी: ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय की सूजन को कम करते हैं और धमनियों को स्वस्थ रखते हैं।
हृदय के लिए किन चीजों से बचें?
प्रोसेस्ड फूड्स
प्रोसेस्ड फूड्स में ट्रांस फैट और उच्च सोडियम होता है, जो हृदय को नुकसान पहुंचाता है। डिब्बाबंद सूप, स्नैक्स, फ्रोजन डिनर आदि से दूरी बनाएं।
तला-भुना भोजन
डीप फ्राई किए हुए भोजन में अत्यधिक वसा होता है, जो धमनियों में ब्लॉकेज उत्पन्न कर सकता है। तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें और भाप में पकाए हुए या बेक किए हुए खाद्य पदार्थों का चयन करें।
मिठाइयाँ और मीठे पेय
अत्यधिक मिठाई और शक्कर युक्त पेय रक्त शर्करा को बढ़ाते हैं और मोटापा बढ़ाते हैं, जिससे हृदय पर दबाव बढ़ता है। इन्हें सीमित मात्रा में ही लें।
निष्कर्ष :
डायटीशियन शिल्पी गोयल का कहना है कि विश्व हृदय दिवस पर यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने हृदय की देखभाल के लिए सही आहार और जीवनशैली अपनाएं। हृदय रोगियों को अपने आहार में ताजे फल-सब्जियों, साबुत अनाज, स्वस्थ वसा और प्रोटीन युक्त आहार को शामिल करना चाहिए। साथ ही नमक, चीनी और प्रोसेस्ड फूड्स से दूर रहना चाहिए। नियमित रूप से व्यायाम करना, तनाव को नियंत्रित करना, और पर्याप्त नींद लेना भी हृदय की सेहत के लिए आवश्यक है। अपने डॉक्टर और आहार विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार अपने आहार को संतुलित रखें और हृदय को स्वस्थ रखें।
आपका दिल आपके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसे स्वस्थ और खुश रखें!